ससाई भक्त राखी कहती है: मैं और मेरे पति 4 साल पहले यू.एस. आये थे। हमने एक गैस स्टेशन ख़रीदा लेकिन इस क्षेत्र में हमें कोई अनुभव नहीं था। हमने व्यवसाय अपनी समझ से चालू कर दिया, मगर हमें यह पता नहीं था कि सारे लाइसेंस को हर साल नवीनीकृत करना होता है।
एक लाइसेंस का तो हमें मेल भी नहीं भेजा गया था। अचानक एक दिन कुछ लोग शराब विभाग से आये और हमें किसी भी प्रकार की शराब बेचने से मन करने लगे, और हमसे कहा कि हमने शराब के लाइसेंस की फीस जमा नहीं की है और हमारा लाइसेंस लेकर किसी और को दे दिया।
हम लोग यह सुनकर एकदम स्तब्ध रह गए और उस दिन बहुत सारे ग्राहक आये, लेकिन हम उन्हें कुछ बेच नहीं सके और वे यह देखकर, निराश होकर वापस चले गए।
वह दिन था जब मेरे पति की आँखों में आँसू थे क्योंकि हमें दूसरी जगह जाने पर व्यापार में बहुत नुकसान होता, उन्हें ऐसे परेशान देखकर मेरा दिल बैठ गया था।
नई जगह, नए लोग और इतनी बड़ी समस्या। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या करें। मुझे याद नहीं है लेकिन शायद उस दिन गुरुवार था, मगर पहले मेरा साईं बाबा पर इतना भरोसा नहीं था। मगर मुझे याद था कि मेरी सासु माँ ने कहा था कि यदि तुम साईं सत्चरित्र एक सप्ताह तक पढोगी, तो तुम्हारी इच्छाएँ पूर्ण होंगी। मैंने अगले दिन से उसे एक सप्ताह तक पढ़ना शुरू किया। हर दिन मैं साईं बाबा के पास रोती थी कि बाबा कुछ चमत्कार करो ताकि हमें लाईसेंस वापस मिल जाए।
मैंने एक सप्ताह में उसे खत्म किया और इसी बीच हमने एक वकील किया जो हमारे लिए लड़े, क्योंकि हमें नामांकित नहीं किया गया था। लेकिन कुछ् नहीं हुआ। मैंने किताब पढ़ना जारी रखा। अगले दिन खबर मिली कि हमें लाईसेंस वापस मिल गया है। यह बिलकुल बाबा का चमत्कार था क्योंकि हमारा लाईसेंस किसी और को दिया गया था। विभाग के मुखिया ने कहा कि ऐसा कभी नहीं हुआ कि किसी के लिए विशेष लाईसेंस जारी किया गया हो। मैं जानती हूँ साईं बाबा की कृपा के कारण ही हमें हमारा व्यवसाय वापस मिला। बाबा आपकी सभी कृपाओं के लिए धन्यवाद|
राखी छाबरिया