साईं भक्त जतिन कहते हैं: यह मेरा पहला अनुभव है जो साईं बाबा ने अपनी लीला दिखाई है| नमस्ते, मैं साई की एक बहुत छोटी लीला बताने जा रहा हूँ जो मेरे साथ हुई है। मुझे नहीं पता कि मैं इसे शब्दों में कैसे वर्णित करू लेकिन मैं अपनी पूरी कोशिश करूंगा।
तब मेरी इंजीनियरिंग की परीक्षा थी और मैं परीक्षा देने के लिए अपने दोस्त के साथ उसकी बाइक पर कॉलेज जा रहा था। हमारा कॉलेज हमारे घर से लगभग 14 किलोमीटर की दूरी पर था शहर की सीमा पर। जब हम कॉलेज की ओर केवल 2 किलोमीटर तक पहुंचे तब बारिश शुरू हो गयी थी, इसीलिए हमने अपनी बाइक रोक दी ताकि हम भीग ना जाए और बारिश से अपने कपड़े, किताबें और अन्य चीजों को बचाने के लिए हम एक पेड़ के नीचे खड़े हो गए। समय तेज़ी से बीत रहा था और हमें डर लग रहा था की हम समय पर कॉलेज पहुंच पायेंगे की नहीं।
मैंने अपने साइ माँ से बारिश को रोकने की प्रार्थना की और उनका नाम लेकर हमने अपनी बाइक शुरू की और कॉलेज की ओर फिर से चल पड़े| साईं बाबा की कृपा से जब हम 2 से 3 किलोमीटर तक आगे पोहुंचे तो बारिश धीरे – धीरे रुकने लगी और जब तक हम कॉलेज पहुँचे तो हमारे कपड़े, किताबें सारी चीज़े सुख गयी थीं। हमने परीक्षा न केवल सुखी अवस्था में दिया बल्कि हमें परीक्षा में अच्छे अंक भी मिले थे।
यह मेरा अनुभव है और इस साईं लीला को देरी से साझा करने के लिए अपने साईं से क्षमा मांगता हूं क्योंकि यह 2 महीने पहले हुआ था।