Devotee Experience – Sasi Ravi से अनुवाद
मैंने अपने आखिरी पोस्ट में लिखा था कि मैं कोई भी नया अनुभव अपने तरफ़ से नही लिखूँगी और यदि साईं बाबा चाहते हैं तो काम जारी रहेगा। वही बात हुई है, साईं भक्त शशिकला ने मुझे अपने कुछ अनुभवों को भेजा। लेकिन आगे बढ़ने से पहले मैं उन सभी लोगों का आभार व्यक्त करना चाहूंगी जिन्होंने मुझे मेल और orkut स्क्रैप के माध्यम से मेरी परीक्षा के लिए शुभकामनाएं भेजी थी। सभी को व्यक्तिगत रूप से धन्यवाद् देना संभव नहीं है, इसलिए मैं इस ब्लॉग के माध्यम से उन सभी को अपने पूरे दिल से धन्यवाद करना चाहती हूं।
अब शीशकला जी कहती हैं:
मैं हमारे परिवार में हुए चमत्कार को बताना चाहती हूं। यह 1999 में हुआ था। उस समय मेरी हाल ही में शादी हुई थी। मेरे माता-पिता मुझसे मिलने आए थे। मेरे पास दो “सई सतचरित्र” थीं, एक अंग्रेजी में और दूसरी तमिल में। मेरी मां ने मुझसे तमिल वाली साई सतचरित्र ले ली और ट्रेन में उसे पहली बार पढ़ रही थी। उस समय, मेरी भाभी को डिलीवरी के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने स्कैन किया और कहा कि बच्चा हिल-डुल नहीं रहा और उसकी दिल की धड़कन भी नहीं है। मेरी मां ने “सई सतचरित्र” के अध्याय 11 और 15 पढे और अगले ही दिन बुधवार को मेरी भाभी ने बेटे को जन्म दिया (जिसका 1.6 किलो वजन था)।
वो बच्चा एक प्रीमेंच्योर बच्चा था, उसका नाम साइराम है। वह हमारे लिए बाबा का उपहार है और वह एक होशियार बच्चा है और अब चौथी कक्षा में पढ़ रहा हैं और वो ड्राइंग में भी काफी अच्छा है। एक दिन बहुत मज़े की बात हुई, वह शायद तीन या चार साल का था। तब हम उसे बहार का भोजन नहीं देते थे । एक दिन, एक बंद कमरे के अंदर मैं वाडा खा रही थी। उसने तुरंत ही कमरे को खोलकर रोते हुए कहने लगा की, “मैं साईं राम हूं, मैं साईं बाबा के जैसा हूं, तो क्या मुझे दिए बिना ही तुम खाओगी?” मुझे तुरंत ही सत्चरित्र की सुदामा वाली घटना याद आई।
शशिकला जी द्वारा भेजे गए कुछ और अनुभव:
साई राम!
मेरा एक मित्र है जो चार्टर्ड एकाउंटेंट है। वह एक बहुत अच्छे परिवार से है। उसके परिवार वाले कुछ समय से उसकी शादी के लिए अच्छी लड़की की तलाश कर रहे थे। पिछले महीने वो सभी लोग शिरडी गए थे और वह से आने के तुरंत बाद ही उसकी शादी तय हो गई। एक और आश्चर्य की बात यह है कि, वह लड़की उनकी दूर की रिश्तेदार निकली और उसके घर के आस-पास ही कहीं रहती थी । मैं इसीलिए ये बता रहा हूं कि अगर वो लड़की उनकी दूर की रिश्तेदार थी , तो शादी पहले ही तय हो सकती थी। पर यह सब तो बाबा का चमत्कार ही है। साईं राम!
दूसरा एक और अनुभव (हमारी किरायेदार का)
हमारी एक किरायेदार है, वह एक बहुत ही धार्मिक महिला है। उनके भाई की बेटी बहुत अच्छी तरह से शिक्षित है और अब अमरीका में रहती है। शादी के कई सालों तक उसे बच्चा नहीं हुआ। लड़की की मां और वो महिला (हमारी किरायेदार) ने साईं व्रत किया, और तुरंत ही लड़की गर्भवती हुई और उसकी मां डिलीवरी के लिए अमरीका गई थी। अब लड़की ने अमरीका में कल रात (शनिवार) को नॉर्मल डिलीवरी से 8 पाउंड वजन वाली एक बच्ची को जन्म दिया है। माता और बच्ची दोनों स्वस्थ और सुरक्षित हैं। बाबा की कृपा के कारण ही यह सभ संभव हुआ है।
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