Devotee Experience – Sara से अनुवाद
यह लेख भी फिर से साईं भक्त सतीश जी ने ही भेजा है। हम सभी के साथ इतने सारे अच्छे अनुभवों को बाँटने के लिए मैं उन्हें पूरे दिल से धन्यवाद् करती हु।
साईं राम
मैं तुम्हे अन्य एक और साईं भक्त के बारे में बताना चाहता हु, उसका नाम सारा है और वो ईरान में रहती है।
सारा सितारा की मित्र है और कुछ महीने पहले ही सितारा ने मेरा उससे परिचय करवाया। हम अन्य किसी विषय के बारे में बात कर रहे थे और अचानक ही साईं बाबा का विषय निकला। उसने मुझसे साईं बाबा के बारे में पुछा, मुझे ऐसा प्रतीत हुआ की उसे साईं बाबा के बारे में जानने में दिलचस्पी है। मैंने इसे एक चुनौती के तरह लिया और मन ही मन ये निश्चित किया की मैं इसे साईं भक्त बनाऊंगा। जो भारत से नहीं है उसे साईं बाबा में विश्वास दिलाना बोहुत कठिन है, पर साईं बाबा की इच्छा से सब संभव हो सकता है। मैंने उसे साईं बाबा के बारे में और उनकी लीलाओ के बारे में सब कुछ बताया। मैंने उसे साईं बाबा की सीडी दी और उसे देखने को कहा।
उसे वह सीडी इतना पसंद आया की सारा ने मुझे उसके लिए धन्यवाद किया। वह मूल रूप से ईरान से थी, लेकिन वह इंजीनियरिंग करने के लिए बैंगलोर में आई थीं । चूंकि उसकी परीक्षा शुरू होने वाली थी, उसने मुझसे कहा कि मैं उसके लिए साईं बाबा से प्रार्थना करूँ। मैंने उसके लिए प्रार्थना की। वह बहुत संवेदनशील और भावनात्मक लड़की है और वो उसकी परीक्षा के लिए परेशान थी। मैं हमेशा उसे साई में श्रद्धा और विश्वास रखने के लिए कहता था। उसने अपनी परीक्षाएं लिखी और ईरान लौट गयी । ईरान जाने से पहले उसने मुझसे साईं बाबा से प्रार्थना करने को कहा।
11 जुलाई को वह ईरान पोह्ची। वहाँ पोहचने के बाद उसने मुझसे कहा कि वह बहुत परेशान है क्योंकि परीक्षा के परिणाम अगले हफ्ते घोषित होनेवाले थे, अर्थात 20 जुलाई को। मैंने उसे साईं बाबा से प्रार्थना करने और उन पर विश्वास रखने के लिए कहा । मैंने उन्हें 18 जुलाई (गुरु पूर्णिमा) को साईं बाबा से प्रार्थना करने के लिए कहा क्योंकि वह साईं बाबा के लिए बहुत ही खास दिन है ।
उसने मुझे पिछले हफ्ते फ़ोन करके बताया कि उसकी परीक्षा के परिणाम निकल चुके हैं और वह प्रथम श्रेणी से पास हो गयी हैं। वह विश्वास नहीं कर सकी की उसे इतने अंक मिले क्योंकि वह औसत (average) छात्रा थी। उसने मुझे बताया कि वह उस अंक को देखकर हैरान हो गई, जो उसे मिले क्यूंकि उसने कभी इसकी उम्मीद नहीं की थी।
उसने मुझसे कहा कि यह सब साईं बाबा के कारण इतने सारे अंक मिले। उसने मुझे उसके लिए प्रार्थना करने के लिए धन्यवाद किया। उसने अपने माता-पिता को भी यह बताया। अब उसकी इंजीनियरिंग खत्म हो गई है और वह साईं बाबा में विश्वास भी करती हैं।
इसलिए मैं अपील करता हूं सभी साईं भक्तों से कि वे साई बाबा की अद्भुत लीलाओ को हर किसी को बताएँ। कोई साई बाबा में यदि 1% भी रूचि दिखा रहा हो, तो बाकी 99% हमें अपना काम करना है क्योंकि हम साई में विश्वास करते हैं और हमें अपना कर्तव्य निभाना चाहिए ।
कृपया इसे अपने ब्लॉग में प्रकाशित करें
सादर धन्यवाद,
सतीश