साईं भक्त लारा कहती है: ॐ साईं राम मैं आप सभी साईं भक्तों के साथ अपना नीजी अनुभव साँझा करना चाहती हुI
मैं बाबा की एक साधारण सी भक्त हूँ, और उनकी हर रोज़ पूजा करती हूँ| मेरे घर पर उनकी एक बहुत सुन्दर पत्थर की मूर्ति है और हमेशा जान-बुझकर मैं उनके पैरों की तरफ देखती हूँ ताकि एक अध्यात्मिक दर्शन हो सके|
एक दिन जब मैं अपने ऑफिस गयी हुयी थी, मेरा बीटा जो १ वर्ष का है वो खेलते खेलते मंदिर जा पहुंचा और उसने बाबा की मूर्ति को खिंच लिया जिस्से वो गिर कर टूट गया| जब मैं अपने ऑफिस से आई तो ये देखकर हैरान थी की बाबा का केवल दाहिना पैर ही टुटा था| मैं बहुत ही दुखी हुयी और ये सोचने लगी की अब मैं बाबा के चरण कैसे देखूंगी? अब मुझे आध्यात्मिक दर्शन कैसे मिलेगा?
मैं दिल से बहुत दुखी थी और ये सोच रही थी की बाबा हमसे क्या कहना चाहते है| क्या वो चाहते है की मैं उनकी नयी मूर्ति लाऊ या कुछ और? मैं कुछ समझ नहीं पा रही थी|
अब मैं मुख्या घटना की बात करती हु|
बाबा की मूर्ति टूटने के ६-७ दिनों बाद, १ सितम्बर २००९ को अचानक मैंने अपने दाहिनी आंख में काले धब्बे देखे!! मेरी ७०% तक आँखों की रौशनी कम हो गयी थी और मैं ठीक से देख ही नहीं पा रही थी|
मैं तुरंत ही डॉक्टर के पास गयी| उन्होंने मुझे इमरजेंसी में अस्पताल भेजा। वहां डॉक्टरों ने मुझे विभिन्न परीक्षण करने के लिए कहा, और आंख की स्थिति को देखा। समस्या बड़ी थी क्योंकि मेरी आंख में कुछ बैक्टीरिया थे और वह फैल रहा था। (मैं ये सोचकर हैरान थी कि बाबा मुझे यही बात बताना चाहते थे?)। डॉक्टरों ने यह भी कहा कि मुझमे टी.बी के लक्षण हैं और आंख की स्थिति भी काफी गंभीर है जिसके कारन मेरी दृष्टि जा सकती है। यह खबर मेरे लिए बहुत ही हैरान करने वाली थी और मुझे यकीन नहीं हो रहा था, कि मुझमे टी.बी के लक्षण हैं।
दुर्भाग्य से सभी टी.बी के परीक्षण का रिपोर्ट एक के बाद एक, पॉजिटिव आ रहे थे, जिससे यह पुष्टि हुआ कि मुझमे सक्रिय टी.बी के लक्षण है।
इस बीच मैं बाबा से प्रार्थना करती रही, लेकिन मैं और मेरा पूरा परिवार बहुत ही तनाव पूर्ण स्तिथि में था, क्योंकि मुझमे सक्रिय टी.बी होने के कारन यह मेरे परिवार के दुसरे सदस्यों में भी फैलने की संभावना थी, विशेषकर शिशुओं में।
“मैं उन दिनों उदी मिश्रित पानी पीती रहि”। मेरे अंतिम परिक्षण के परिणाम आने से पहले मैंने बाबा को दो नारियल चढ़ाए और उनसे प्रार्थना की, की मेरी आंख ठीक हो जाए और मुझे टीबी बिल्कुल नहीं हो।
जब मैं डॉक्टर के पास गयी, तो उन्होंने मुझे बताया कि मेरा अंतिम परिक्षण का परिणाम आ गया है और यह भी पॉजिटिव है| इस तरह यह पुष्टि हो गई है कि मुझे सक्रिय टी.बी है।
मेरा दिल टूट गया यह सोचकर कि बाबा ने भी मुझे छोड़ दिया जब मुझे उसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। उन्होंने मेरी प्रार्थना नहीं सुनी| बाबा से मैं बहुत ज्यादा नाराज थी| उस दिन गुरुवार था पर मैंने उनके सामने न दीपक जलाया और ना ही प्रार्थना ही की। अगले दिन भी मैंने कोई प्रार्थना नहीं की। मुझे कुछ सनझ ही नहीं आ रहा था कि, यह मेरे साथ कैसे हुआ और बाबा ने भी मेरी कोई मदद क्यों नहीं की।.
मुझे उपचार के लिए बहुत ही भारी दवाई जिसे स्टेरॉयड कहते है वो दी गयी (उसे मैं कभी खाना ही नहीं चाहती थी) पर उसका कुछ ख़ास असर नहीं हुआ, और इसीलिए डॉक्टर ने मेरी दवाइयां बदल कर दुसरी और भी भारी दवाई दी जिस से कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते है उन्हें मैंने 5 सप्ताह तक लिया इस दवाई से मेरी आँख में थोड़ा सुधार दिखा।
सामान्य आँखों के चेकअप के लिए मुझे हर हफ्ते डॉक्टर के पास जाना पड़ता था, इसलिए मेरी अंतिम चेक-उप के कुछ दिन पहले ही, उन्होंने बताया कि मुझे टी.बी नहीं है !!! मैंने कहा कि ये कैसे संभव हुआ, इस पर उन्होंने जवाब दिया कि आपके पिछले टीबी परीक्षण की पूरी और आखरी रिपोर्ट अब आई है और इसके अनुसार आपको टी.बी नहीं है बल्कि कोई अन्य बैक्टीरिया है|
मैं हैरान थी कि यह क्या हुआ है। उस दिन फिर से गुरुवार ही था और मैं बाबा की इस लीला के बारे में सोचकर मुस्कुराती ही रही….बहुत ही अस्चर्याजनक।
अब मेरा परिवार भी सुरक्षित है| मुझे भी कोई टी.बी नहीं है और मेरी दवाएं भी बदल दी गई है। मेरी आँखें अभी काफी ठीक हो गयी है और मुझे पूरा विश्वास है कि साईं बाबा की कृपा और आशीर्वाद से यह पूरी तरह से ठीक हो जाएगा।
मेरे कठिन समय में मेरी मदद करने के लिए बाबा को मैं पूरे दिल से धन्यवाद देती हूं और मैं यह प्रार्थना करती हूं कि मैं और भी अधिक दिल से और प्यार से उनकी पूजा कर सकू, और उनसे मेरी यह भी प्रार्थना है की वो मुझे “श्रद्धा और सबुरी” का आशीर्वाद दे जिसकी मुझे अधीक आवश्यकता है।
मैं बाबा से उनके सभी भक्तो को भी आशीर्वाद देने और उनकी मदद करने की प्रार्थना करती हूं।
जय साईं नाथ ||
बाबा आपको कोटि कोटि प्रणाम||