साईं बाबा की कृपा और चमत्कार की कहानियाँ
साईं बाबा की उदी ने चमत्कार दिखाया
साईं भक्त सोनिया कहती है: जय श्री साईं नाथ। मैं सोनिया आनंद इटली से हूँ। मैं भारतीय हूँ लेकिन अपने पति और बेटी के साथ इटली में रहती हूँ। मैं एक फैशन डिज़ाइनर हूँ।
कुछ माह पहले, 23 फरवरी 2009 को मेरे पति हॉस्पिटल गए थे क्योंकि उन्हें खांसी थी। उन्होंने कई दवाइयाँ लीं, लेकिन कोई भी दवा काम नहीं कर रही थी। जब वे रात को हॉस्पिटल गए, तब मैंने उन्हें साईं बाबा की उदी दी। अगली सुबह जब मैं हॉस्पिटल गई और डॉक्टर से मिली तो उन्होंने कहा कि इन्हें टीबी (दमा) हो सकता है। मैं बहुत ज्यादा परेशान हो गई और बाबा से प्रार्थना करने लगी। मैंने कसम ली कि जब तक टेस्ट की रिपोर्ट नहीं आ जाती, मैं उपवास करुँगी।
मैंने भोजन और पानी तक नहीं लिया। लगभग 4 बजे डॉक्टर हमारे पास आये और बोले कि सब कुछ सामान्य है। लेकिन मैं जानती थी कि यह बाबा की कृपा और उनकी उदी का चमत्कार है जिसने मेरी सभी समस्याएं खत्म कर दी। साईं बाबा की कृपा से ही मैंने फैशन डिज़ाइनिंग की परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास की। बाबा ने और भी कई बार मेरी सहायता की है। जय साईं नाथ।
शिरडी साईं बाबा ने बड़े पलायन से बचाया
साईं भक्त जितेन्द्र कहते हैं: सभी साईं भक्तों को जय साईं राम| मैं नॉएडा (दिल्ली) की एक सॉफ्टवेयर कंपनी में क्यूऐ इंजिनियर हूँ।
पिछले कई सालों से मैं साईं बाबा का भक्त हूँ और लगातार उनकी कृपा अपने जीवन में प्राप्त कर रहा हूँ। यहाँ मैं सभी साईं भक्तों के साथ अपना एक अनुभव साझा कर रहा हूँ जिसमें साईं बाबा ने श्रद्धा और सबूरी का संदेश दिया है।
मैं नॉएडा में एक टेस्टिंग सॉफ्टवेयर इंजिनियर हूँ। मैं उस वक्त काम पर नया था और टेस्टिंग के समय एप्लीकेशन में एक महत्वपूर्ण इशु भूल गया था। मेरे सहकर्मी को अगली टेस्टिंग के दौरान इसका पता चला। यह मेरी बहुत बड़ी गलती थी। मेरे मित्र ने मुझे बताया कि हमारे टीम लीड इस गलती से बहुत नाराज़ हैं। जब मुझे पता चला रात हो चुकी थी। मैं बहुत परेशान और घबराया हुआ था क्योंकि मैं काम पर नया था। मैंने बाबा से सहायता की प्रार्थना की।
अगली सुबह मैं भारी मन से ऑफिस पहुंचा लेकिन मुझे विश्वास था कि बाबा मेरी इस परेशानी में सहायता अवश्य करेंगे। बाबा की कृपा आश्चर्यजनक रूप से बरसी जब हमारे क्लाइंट ने बताया की वह गलती नहीं थी और वे लोग ऐसा ही चाह रहे थे। सचमुच यह मेरे लिए और मेरी टीम के लिए बहुत ज्यादा आश्चर्य की बात थी। लेकिन यह बाबा का चमत्कार ही था जिसने मुझे इतनी बड़ी समस्या से बचाया।
मैं बाबा को धन्यवाद देना चाहता हूँ और प्रार्थना करता हूँ कि वे हमेशा मेरे साथ रहें। मैं सभी साईं भक्तों से यह भी कहना चाहता हूँ कि जब समय ठीक नहीं चल रहा हो तब निराश ना होएं। केवल उनमें विश्वास रखें, वे अवश्य ही सहायता करेंगे। हर दिन पूर्ण श्रद्धा से उनकी प्रार्थना करें और जीवन में अच्छे कर्म करते रहें। वे हमेशा आपके साथ रहेंगे। जय साईं राम।
शिरडी साईं बाबा ने मेरा जीवन बनाया
साईं भक्त सीथ कहती है: मैं राहुल से बंगलोर में 2003 में अपने पहली जॉब पर मिली थी। हम दोनों एक दूसरे को 3 सालों से जानते थे। मैंने अपने माता-पिता को उसके बारे में नहीं बताया था क्योंकि वे एक दूसरे संप्रदाय से था और मुझे डर था कि वे इस शादी के लिए तैयार नहीं होंगे।
मेरे माता-पिता ने जब मेरी शादी के लिए हमारे ही संप्रदाय का लड़का देखना शुरू किया तब मैंने उन्हें राहुल के बारे में बताया। जैसा मैंने सोचा था वैसा ही हुआ और वे राज़ी नहीं हुए। उन्होंने धमकी दी कि यदि मैंने अपने संप्रदाय के लड़के से शादी ना करके राहुल से शादी की, तो वे मुझसे सम्बन्ध तोड़ देंगे। यह सब एक साल तक चला। इसी बीच मैं अपनी सहकर्मी, जो कि साईं बाबा की परम भक्त थी, उसके साथ काम से पुणे गई। जब मैंने उसे अपनी परेशानी के बारे में बताया तो उसने कहा कि शिरडी जाओ और बाबा से प्रार्थना करो। शिरडी पुणे के पास था इसलिए हम लोग 7 मई 2005 को शिरडी गए। मैंने पूरे मन से बाबा से प्रार्थना की कि मेरे माता-पिता के आशीर्वाद से एक साल के भीतर मेरी शादी राहुल से हो जाये। अचानक ही मेरे माता-पिता इस शादी के लिए तैयार हो गए और हमारी शादी 7 मई 2006 को हुई, वही दिन जब मैं शिरडी गई थी।
मेरी शादी के दिन मेरी बड़ी आस थी कि बाबा किसी भी रूप में मेरी शादी में आएं और हमें आशीर्वाद दें। लेकिन मैं उस दिन बाबा को नहीं देख पाई। अगले दिन जब मैं शादी के उपहार खोल रही थी तो मैंने देखा कि मेरी सहेलियों ने मुझे बाबा की एक बड़ी सी मूर्ति उपहार में दी है। बाबा उस रूप में बाबा मेरी शादी में उपस्थित हुए।