साईं अमृत वाणी – अध्याय 2

अगर आप मेहसूस करोगे तो आपको पता चलेगा की अगरबत्ती की सुगंध हैं उससे कई गुना ज्यादा सुगंध तो साई की भक्ति से होती हैं।
अगर आप मेहसूस करोगे तो आपको पता चलेगा की अगरबत्ती की सुगंध हैं उससे कई गुना ज्यादा सुगंध तो साई की भक्ति से होती हैं।
साई के स्पर्श से तो साधारण पत्थर भी बन जाए किमती मोती, हमें भी ऐसे ही बाबा को अपने और आकर्षित करने के लिए अपने मन और तन को पवित्र लोहे की वस्तु की तरह गढ़ना होगा, ताकि साई भी हमारे द्वारा किया गया हर एक काम पर आकर्षित होकर हमारे ओर खिंचे चले आए।